Sunday, September 9, 2012

सपनो की दुनिया ...


सपनो की दुनिया ...
कितनी खाहिशों  की दुनिया ,
आसमानों को छुने की दुनिया ,
नई उमीदों की दुनिया ,
जुगनुओ की जगमगाहट की दुनिया ,
ये सपनो की दुनिया ......

अपनी पहचान बनती दुनिया ,
हाथों को जोडती  दुनिया ,
मुस्कुराहट बिखेरती दुनिया ,
अपनों को मिलाती दुनिया ,
ये सपनो की दुनिया ....

चाहतो को बढ़ाती दुनिया ,
अरमानो के पंख लगाती दुनिया ,
ज़मी पर तारों की दुनिया ,
कहानी यों को हकीकत करती ये दुनिया
हार को जीताती ये दुनिया ,
ये सपनो की दुनिया ......




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